दरवाजे के चौखट पर
उसके आने की आहट सुनाई देती है
वर्षों से सूनसान पड़े
अँधेरी कोठरी में
एक अजीब सी मिठास
की अनुभूति होती है
घरौंदे की नरम मिटटी लिए
नमी आँगन पार करती है
इस अहसास के साथ की
जन्मों का मध्यान्तर
अब प्रवेश पायेगा
और आलिंगन - अश्रुधार लिए
भुत-भविष्य का
मेल कराएगा
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