कभी शान्त हवाओं में
उनकी बातों का जिक्र होगा
तो मुझे भी
एक कफ़न में बाँधकर
उनके पास ले जाना
की
शांति की पहल करने वालों को
जिंदगी नसीब नहीं होती
एक वही घरौंदा है
जिसे परवरिस का दरकार
सांसों से नहीं होती
बल्कि
एक अजीब बेचैनी हवाओं में घुल कर
ता उम्र सजा पाती है
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