दुशवारी में
मयस्सर होते नहीं
गम-ए-हस्ती का ईलाज
मेरे कत्ल के बाद
उसने क्या रंग ज़माया
की जफा से तौबा
अब और क्या सुनाऊँ
अहल-ए-जहां को किस्से
बस्तियां विरान हो गयी
........
दुशवारी = trouble times
जफा = atrocities
अहल-ए-जहां = people
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