कौन पनपता है वहाँ
ख्वाबों के झूर्मूठ में
अंगीनत सी राह पर
परिन्दों का परवाज लिये
ख्वाबों के झूर्मूठ में
अंगीनत सी राह पर
परिन्दों का परवाज लिये
अगर कबूल हो जाती
हर किसी की दुआ यहाँ
कौन रहता इस दहर में
जीवन भर लरखराने के लिये
हर किसी की दुआ यहाँ
कौन रहता इस दहर में
जीवन भर लरखराने के लिये
जो हम दफन हो जायें
मरते वकत दिल निकाल लेना
अमानात ए आह्वाब होते नहीं
साथ जाने के लिये
मरते वकत दिल निकाल लेना
अमानात ए आह्वाब होते नहीं
साथ जाने के लिये
दहर = दुनिया, World
आह्वाब = दोस्त, Friend
आह्वाब = दोस्त, Friend
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