Thursday, August 21, 2014

पयामे इश्क



पयामे इश्क  में
पशेमान न हो नादां
चराग़े इश्क  की
जब लगी हो
तो तक़दीर और तन्हाई क्या

बद्रे हुस्न
जमा होती है, जब
नन्ही सी इस रात में
पंख फरफराते  हैं
जहां के
उस परवाज़  में

तसवउर उनका ख्याल है
और, मेरी यह जिन्दगी
गलीचे बहार में!
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MEANINGS:

पयाम= Message
पशेमान = Ashamed
चराग़े = Lamp
तक़दीर = Luck
बद्रे = Full Moon
तसवउर = Imagination
गलीचे = Carpet
पंख = Wings
फरफराते  = Flutter

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