Friday, September 6, 2019

टिस



बड़ा सहज था
उनका गहरी नींद में सो जाना -
रात ओढ़नी लिए हुये

एक फासला 
जमी हुई परतों का -
सालती रही रात भर

अब गैरों सी क्या कहुं
फफोले दिल के -


रात में ही टिसती क्यों है

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